Class 8 Hindi Letter

Class 8 Hindi Letter 

१. छोटी बहन को कक्षा में प्रथम आने पर बधाई देते हुए पत्र लिखो ।  
२. छोटे भाई को परिश्रम का महत्त्व बताते हुए पत्र लिखो ।
३. छोटे भाई को प्रातः भ्रमण का महत्त्व बताते हुए पत्र लिखो ।  

१. छोटी बहन को कक्षा में प्रथम आने पर बधाई देते हुए पत्र

123, सरस्वती विहार,
दिल्ली – 110034

दिनांक:
18 जुलाई 2025

प्रिय बहन राधिका,

सप्रेम नमस्कार।

तुम्हारा पत्र पाकर अत्यंत प्रसन्नता हुई। यह जानकर बहुत अच्छा लगा कि तुम अपनी कक्षा में प्रथम आई हो। यह सुनकर मुझे गर्व का अनुभव हो रहा है।

तुम्हारी मेहनत और लगन ने तुम्हें यह सफलता दिलाई है। पढ़ाई में तुम्हारी रुचि और नियमित अभ्यास के कारण ही यह संभव हो सका है। मुझे पूरा विश्वास है कि आगे भी तुम इसी प्रकार परिश्रम करती रहोगी और अपने माता-पिता का नाम रोशन करोगी।

मेरी ओर से तुम्हें ढेर सारी बधाइयाँ और शुभकामनाएँ! मिठाई जरूर खाना और माँ-पिताजी को मेरा प्रणाम कहना।

तुम्हारा प्यारभरा भाई
अमित


२. छोटे भाई को परिश्रम का महत्त्व बताते हुए पत्र

203, लक्ष्मी नगर,
जयपुर – 302017

दिनांक:
18 जुलाई 2025

प्रिय भाई राहुल,

सप्रेम नमस्कार।

तुम्हारा हालचाल जानकर अच्छा लगा। माँ ने बताया कि इन दिनों तुम पढ़ाई में मन नहीं लगा रहे हो और जल्दी हार मान लेते हो। मैं तुम्हें यह पत्र इसलिए लिख रहा हूँ ताकि तुम परिश्रम का महत्त्व समझ सको।

बेटा, जीवन में सफलता पाने के लिए परिश्रम बहुत जरूरी होता है। बिना परिश्रम के कोई भी बड़ा कार्य पूरा नहीं होता। मेहनती व्यक्ति ही आगे बढ़ता है। तुम चाहे पढ़ाई करो या खेलो, हर क्षेत्र में निरंतर प्रयास और लगन से ही सफलता मिलती है।

तुम एक होनहार बालक हो, बस थोड़ा ध्यान लगाओ और रोज़ नियमित रूप से पढ़ाई करो। यकीन मानो, तुम्हें अच्छा परिणाम जरूर मिलेगा।

अपना ध्यान रखना। माँ-पिताजी को प्रणाम कहना।

तुम्हारा स्नेही भैया
राजेश


३. छोटे भाई को प्रातः भ्रमण का महत्त्व बताते हुए पत्र

A-45, राजेंद्र नगर,
लखनऊ – 226001

दिनांक:
18 जुलाई 2025

प्रिय भाई सोनू,

सप्रेम नमस्कार।

आशा करता हूँ कि तुम स्वस्थ और प्रसन्न होगे। तुम्हारा पिछला पत्र पढ़कर अच्छा लगा। तुमने बताया कि इन दिनों तुम्हें थकान और आलस्य महसूस होता है। मैं तुम्हें एक सरल उपाय बताना चाहता हूँ – प्रातः भ्रमण

भाई, सुबह की सैर हमारे शरीर और मन दोनों के लिए बहुत लाभकारी होती है। सुबह का समय शांत, ताज़गी से भरा और प्रदूषण-मुक्त होता है। इस समय की ताज़ी हवा और हरियाली हमारे मन को प्रसन्न करती है और शरीर को ऊर्जा देती है। नियमित रूप से प्रातः भ्रमण करने से शरीर स्वस्थ रहता है, पाचन क्रिया ठीक रहती है और मन एकाग्र होता है।

सुबह की सैर करने से पढ़ाई में भी मन लगता है और दिनभर चुस्ती बनी रहती है। मैं भी रोज़ सुबह टहलने जाता हूँ और इसका लाभ अनुभव करता हूँ। मैं चाहता हूँ कि तुम भी इस अच्छी आदत को अपनाओ।

माँ-पिताजी को प्रणाम कहना और अपना ध्यान रखना।

तुम्हारा स्नेही भैया
अभय


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